किसान रमेश सिंह की सफलता की कहानी
संक्षिप्त विवरण
श्री रमेश सिंह पिता श्री चन्द्रपाल सिंह ग्राम हसनपुर अकोढ़िया विकास खण्ड ऐरायां फतेहपुर
स्थिति
जनपद मुख्यालय से 50 किमी0 दूरी पर स्थिति है।
कृषक का मुख्य व्ययसाय
मुख्य व्यवसाय गुलाब, धनियां ,आलू आदि की खेती के साथ-साथ पशुपालन भी है।
आय का प्रमुख विवरण
आय का साधन | वर्ष 2017-18 का अनुमानित वार्षिक शुद्ध लाभ |
1.00 हे0 धनियां की खेती से आमदनी | रू 0-100000/- |
2 बीघा गुलाब की खेती से आमदनी | रू0-216000/- |
0.40 हे0 आलू की खेती से आमदनी | रू0-50000/- |
2 भैंस एवं 3 गाय के दूध से आमदनी | रू0-50000/- |
समरसेबल पम्प से सिंचाई करके आमदनी | रू0-20000/- |
कुल आमदनी | रू0-336000 |
आर्थिक स्थिति मे उत्तरोत्तर वृद्धि
मैं रमेश सिंह जूनियर हाई स्कूल के बाद पढाई अत्यधिक पैसा लगने कारण आगे की पढ़ाई नही सका और पिता जी के साथ खेती में हाथ बटाने लगा। मैं परम्परागत खेती करता रहा जिसके कारण मेरी आमदनी में कोई बढ़ोत्तरी नही हो रही थी।
मैं लगभग 15 वर्ष पूर्व अपने मित्र के साथ उद्यान विभाग गया, वहां मुझे विभाग योजनाओं की जानकारी हुयी। मुझे फूलों खेती एवं औद्यानिक फसले की खेती की सलाह दी गयी। मेरे पास कुल 1.50 है0 जमीन थी जिसमें मैने 2 बीघे में गुलाब लगाया और 6 बीघा धनिया की खेती किया, जिसमें मुझे काफी लाभ हुआ, जिसके बाद मैने धीरे-धीरे 0.70 है0 जमीन खरीद लिया, वर्तमान में मेरे पास 2.20 है0 जमीन है, जिसमें मैं दो बीघे गुलाब, छः बीघे धनिया व ढाई बीघे आलू की खेती करता हॅू। साथ ही कृषि विभाग की खेत तालाब योजनान्तर्गत 22x20x3 मीटर आकार का तालाब बनवाया। वर्मी कम्पोस्ट इकाई बनवाकर वर्मी कम्पोस्ट का प्रयोग किया जा रहा है।शेष जमीन पर स्वयं के प्रयोग के लिये गेंहॅू, धान आदि की खेती करता हॅू। मेरे बच्चे अच्छे स्कूलों में पढ़ते हैं तथा खेती की आमदनी से मेरा परिवार खुशहाल जीवन व्यतीत करता है। अब भी मैं समय-समय उद्यान विभाग की गोष्ठियों में भाग लेता हॅू तथा विभाग की योजनाओं लाभ लेता हॅू।