किसान अरुणजय की सफलता की कहानी
आर्थिक स्थिति मे उत्तरोत्तर वृद्धि
मैं अरूणन्जय सिंह, पिता का नाम -श्री स्वयम्बर सिंह, ग्राम- कंधिया, विकास खण्ड- असोथर ,22 वर्ष की आयु में पढाई में अत्यधिक पैसा लगने के कारण बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था। पिता जी के पास जिम्मेदारियों का भण्डार था। पारिवारिक स्थिति अच्छी न होने के कारण हाई स्कूल के बाद पढ़ाई बन्द करने को कहा गया परन्तु मेरे अन्य भाइयों ने पढ़ना बन्द कर दिया लेकिन मेरे बहनोई ने मुझे आर्थिक सहायता देकर पढाई आगे जारी रखने को कहा। मेरे बी0ए0 तक पढाई की और कमाई के लिये छोटे-छोटे रोजगार जैसे टैम्पो चलाना, दूसरे वाहनों में कण्डेक्टरी का कार्य करना, गांव के आनाज को लेकर मुख्य बाजार में बेंचना इस तरह से कुछ आमदनी शुरू की। मटर के दानों को बेंचते समय बाजार के लोगों ने बताया कि अनाज की तुलना में यदि आप सब्जी और फलों के व्यवसाय करें तो आपकी आमदनी बढ़ सकती है। जिसके लिये उद्यान विभाग के लोगों के सम्पर्क में वर्ष 2008-09 पर आया और विभाग से 1.0 हे0 अमरूद इलाहाबाद सफेदा प्रजाति तथा1.5 हे0 आंवला नरेन्द्र-7 एवं चकैया प्रजाति का बाग विभाग के सहयोग से लगाया। जिसकी फलत को बेंचने में वर्तमान में लाखों रूपये की आमदनी मिल रही है। वर्ष 2008-09 में उद्यान विभाग के सात द्विवसीय भ्रमण पर जब मैं फैजाबाद, पन्तनगर, लखनऊ, कानपुर के कृषि विश्व विद्यालय को भ्रमण किया और देखा कि सब्जी एवं फलों की खेती में अधिक लाभ है तो फलों की खेती के साथ-साथ सब्जियों में टमाटर, मिर्च, मटर, एवं आलू की खेती भी आर्थिक स्थिति को बढ़ाने में मदद करती रही। इसके अलावा दुग्ध व्यवसाय से भी मेरे पास रोज के पारिवारिक खर्चे एवं बच्चों के फीस आदि के कार्य भी इसी से पूरा होता रहा। आज मेरे पास चार लड़की, एक लड़का पत्नी मिलाकर सात लोगों का एक बड़ा परिवार है बच्चों की पढ़ाई उच्च शिक्षा हेतु इलाहाबाद में तथा बच्चे को अंग्रेजी माध्यम के स्कूल मंे पढा रहा हॅू तथा पैतृक जमीन के अलावा मेरे द्वारा पांच बीघा जमीन और खरीदी गयी है मैने अपने खेतों स्वयं का समरसेबल लगवाया है।
कृषक का मुख्य व्ययसाय
अमरूद, आवंला, मुसम्मी आदि की बागवानी के साथ-साथ पशुपालन
आय का प्रमुख विवरण
आय का साधन |
वर्तमान (2013-14) का अनुमानित शुद्ध लाभ |
1.00 हे0 अमरूद के बाग से आमदनी | रू0-100000/- |
1.50 हे0 आवलें के बाग से आमदनी | रू0-150000/- |
1.50 हे0 मुसम्मी, बेर, नींबू से आमदनी | रू0-50000/- |
0.25 हे0 टमाटर से आमदनी | रू0-50000/- |
0.20 हे0 मटर से आमदनी | रू0-20000/- |
2 भैंस एवं 3 गाय के दूध से आमदनी | रू0-110000/- |
समरसेबल पम्प से सिंचाई करके आमदनी | रू0-100000/- |
कुल आमदनी | रू0-580000/- |